ZORKO की शुरुआत एक उद्यमशीलता की भावना और कठिन परिस्थितियों में हुई थी। Zorko की शुरुआत आनंद और अमृत नाहर ने कोविड-19 महामारी के दौरान की थी। दोनों भाइयों को कुकिंग का शौक था और वे इसी क्षेत्र में कुछ बड़ा करना चाहते थे।
लॉकडाउन के दौरान, जब वे सूरत में घर में क्वारेंटाइन थे, तो उन्होंने नए-नए डिशेज़ बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू किया। उनकी पोस्ट पर जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला, यहीं से उन्हे जोरको शुरू करने का आइडिया आया।
मार्च 2021 में, उन्होंने उपभोक्ताओं की बदलती आदतों को पहचानते हुए सूरत में 550 वर्ग फुट का एक रेस्टोरेंट खरीदा, जो बंद होने की कगार पर था। 50,000 रुपए के शुरुआती इन्वेस्टमेंट से उन्होंने इस रेस्टोरेंट को Zorko Outlet के रूप में में पुनः शुरू किया। उनका मकसद था कि लोगों को अच्छी क्वालिटी वाला, किफायती वेजिटेरियन फास्ट फूड उपलब्ध कराया जाए।
सूरत स्थित पहले आउटलेट को तेजी से सफलता मिली जिसके बाद उन्होंने शुरू किया Zorko Franchise Model. कुछ ही समय में, बिना किसी बाहरी फंडिंग के, जोरको ने देश भर में 150 से ज्यादा आउटलेट्स खोल लिए। इसकी ग्रोथ की सबसे बड़ी वजह क्वालिटी और अफोर्डेबिलिटी रही।
बहुत से लोग जानना चाहते है, Zorko Net Worth, Revenue क्या है, Zorko Founder कौन है आदि। आपके इन सभी सवालों का जवाब इस आर्टिकल में विस्तार से दिया गया है।
Zorko Founder Amrit और Anand Nahar कौन है?
आनंद और अमृत नाहर, सूरत के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले दो भाई हैं, जिन्होंने जोरकों नाम के शाकाहारी फास्ट फूड ब्रांड की स्थापना की है। आनंद ने ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है और वे गुजरात के सबसे युवा सेबी रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट हैं। उन्होंने गायत्री रिसर्च एंड इन्वेस्टमेंट्स के को फाउंडर के रूप में भी काम किया है और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के बिजनेस मेंटर रह चुके हैं। वहीं अमृत नाहर ने पर्यावरण इंजीनियरिंग में बी.ई. और मानवशास्त्र में मास्टर्स किया है।
कोविड-19 महामारी के दौरान, दोनों भाइयों ने अपने खाना पकाने के शौक को एक बिजनेस में बदलने का फैसला किया और मार्च 2021 में, उन्होंने सूरत में एक बंद हो रहे रेस्टोरेंट को 50,000 रुपए के इन्वेस्टमेंट से खरीदा और उसे जोरको के पहले आउटलेट के रूप में लॉन्च किया। उनका यह आइडिया सफल रहा, और आज जोरको के 42 से ज्यादा शहरों में 300 से अधिक आउटलेट्स हैं। यह ब्रांड अब ₹100 करोड़ से ज्यादा की वैल्यूएशन रखता है।
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Zorko Case Study
ZORKO, जिसे अमृत और आनंद नाहर ने मिलकर शुरू किया, आज यह ब्रांड भारत की फास्ट-फूड इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम बन चुका है। कोविड-19 महामारी के दौरान, उन्होंने एक छोटे निवेश से इस ब्रांड की शुरुआत की थी, जो अब पूरे देश में तेजी से फैल चुका है। ZORKO की वैल्यूएशन ₹100 करोड़ तक पहुंच चुकी है, और यह बाज़ार में बड़े ब्रांड्स को कड़ी टक्कर दे रहा है। इसके प्रमुख Competitors में McDonald’s, Domino’s, Burger King, Haldiram’s और Wow! Momo जैसे फास्ट फूड ब्रांड शामिल हैं।
Zorko Business Model
ZORKO का बिजनेस मॉडल काफ़ी सिंपल है, इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह फ्रेंचाइज़ी से कोई रॉयल्टी या प्रॉफिट शेयर नहीं लेता, जिससे रेस्टोरेंट मालिकों को पूरा मुनाफा मिलता है। शेफ-लेस किचन मॉडल अपनाकर कंपनी ने ऑपरेशन को आसान बनाया है, जिससे हर आउटलेट पर एक जैसी क्वालिटी बनी रहती है। सिर्फ 5 लाख रुपए की शुरुआती लागत से कोई भी इसका जोरको की फ्रेंचाइज़ी बना सकता है।
कंपनी अपने जरूरी प्रोडक्ट जैसे सॉस, सिरप और प्रीमिक्स खुद तैयार करती है, जिससे लागत कम रहती है और क्वालिटी पर कंट्रोल रहता है। ज़ोरको सभी आउटलेट्स के लिए एक जैसी संचालन प्रक्रिया तय की गई है ताकि ग्राहकों को हमेशा सेम अनुभव मिले।
ZORKO के Menu 80 से अधिक शाकाहारी फास्ट फूड आइटम्स से भरे हुए है, जिसमें बर्गर, पिज्जा, मोमोज और कोल्ड ड्रिंक्स शामिल हैं। फ्रेंचाइज़ी को ट्रेनिंग, मार्केटिंग सपोर्ट और बिजनेस टूल्स जैसे POS सॉफ्टवेयर दिए जाते हैं, जिससे वे बिना किसी पूर्व अनुभव के भी सफलतापूर्वक आउटलेट चला सकें।
Shark Tank India में Zorko की उपस्थिति
Shark Tank India सीज़न 3 में अपनी उपस्थिति के दौरान, संस्थापकों ने Zorko का वैल्यूएशन 150 करोड़ रुपए किया था। हालाँकि शार्क्स से कंपनी को निवेश नहीं मिला, लेकिन इस शो में भागीदारी से ब्रांड की विजिबिलिटी तेजी से बढ़ी।
Zorko Revenue & Financials
ZORKO Private Limited ने दिसंबर 2020 में अपनी शुरुआत के बाद से शानदार वित्तीय वृद्धि दिखाई है। वित्तीय वर्ष 2022-2023 में, कंपनी ने ₹30 करोड़ का ईयरली रेवेन्यू रन-रेट रिपोर्ट किया और अगस्त 2023 में ₹2.4 करोड़ की बिक्री की थी। इसी वर्ष में EBITDA में 2202.34% और नेट प्रॉफिट में 2300% की बढ़ोतरी देखी गई थी। फाइनेंशियल ईयर 2023-2024 के लिए, जॉरको ने ₹4.5 करोड़ का प्रॉफिट अफ्टर टैक्स (PAT) हासिल किया था। कंपनी का ग्रॉस मार्जिन लगभग 40% और नेट मार्जिन 20% है।
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Zorko Franchise
ZORKO ने अपने फ्रेंचाइज़ी मॉडल के माध्यम से अपने बिजनेस का तेजी से विस्तार किया है। वर्तमान में, कंपनी ने लगभग 300 फ्रेंचाइज़ी ओपन कर रखी हैं, जो भारत के 42 से अधिक शहरों में फैली हुई हैं। इन फ्रेंचाइज़ियों में से लगभग 50% लाभ में हैं, 30% ब्रेक-ईवन पर काम कर रही हैं, और 20% वर्तमान में नुकसान में हैं। प्रत्येक फ्रेंचाइज़ी की औसत मासिक बिक्री ₹3 से ₹3.5 लाख के बीच है।
FAQs
Zorko का फ्रैंचाइज़ मॉडल क्या है?
Zorko का फ्रैंचाइज़ मॉडल कम निवेश, हाई प्रॉफिट पर केंद्रित है। फ्रैंचाइज़ी को कोई रॉयल्टी शुल्क नही देना होता और न ही प्रॉफिट शेयरिंग करना होता है।
जॉरको आउटलेट कैसे ढूंढें?
जॉरको के देशभर में 300 से अधिक आउटलेट है, आप नजदीकी आउटलेट को जॉरको की वेबसाइट या गूगल मैप्स से ढूंढ सकते है।
Zorko के मेनू में क्या आइटम हैं?
जॉरको का मेनू विविध प्रकार के शाकाहारी फास्ट-फूड आइटम्स जैसे बर्गर, पिज्जा, मोमोज़ और मोजिटोस से भरा है।
क्या जॉरको का आउटलेट लखनऊ में है?
हाँ, लखनऊ में Zorko के कई आउटलेट्स उपलब्ध हैं।
Zorko के कुल कितने आउटलेट्स हैं?
जॉरको के भारत के 20 राज्यों में 3000 से अधिक आउटलेट्स हैं।
जॉरको का IPO कब आएगा?
Zorko SME IPO लॉन्च करने का सोच रहा है, लेकिन तारीख अभी तक घोषित नहीं हुई है।